वाशिंगटन। कोरोना वायरस (Coronavirus) से अमरीका में हुई तबाही को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump) ने सख्त रवैया अपना लिया है। उन्होंने कहा कि अगर संक्रमण को फैलाने में चीन जिम्मेदार है तो उसे गंभीर परीणाम भुगतने होंगे। ट्रंप ने आरोप लगाया कि इस मुद्दे पर बीजिंग ने अमरीका के साथ गैर पारदर्शी व्यवहार किया । उसने शुरुआत में उसके साथ सहयोग नहीं किया।
पहले चीन से संबंध बेहतर थे
ट्रंप ने शनिवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा कि अगर चीन जानबूझकर इसे फैलाने का जिम्मेदार पाए गया तो इसके परिणाम भुगतने होंगे। 1917 के बाद किसी ने इतने बड़े पैमाने पर लोगों को मरते हुए नहीं देखा। ट्रंप ने कहा कि कोरोना के दुनियाभर में फैलने से पहले तक चीन के साथ उनके संबंध बेहतर थे, लेकिन फिर अचानक इसके बारे में सुना। इससे काफी फर्क आ गया है। यह सवाल पूछा गया था कि क्या आप चीन से नाराज हैं। खैर जवाब हां में है।
कोरोना पर चीन शर्मिंदा है
ट्रंप ने कहा कि गलती होना और जानभूझकर किए जाने में कुछ अंतर होता है। ट्रंप ने कहा कि किसी भी स्थिति में उन्हें हमें इसके बारे में बताना चाहिए था। मुझे लगता है कि वे जानते थे कि कुछ खराब है और मुझे लगता है कि वे शर्मिंदा हैं। ट्रंप दावा किया कि चीन पूर्व उपराष्ट्रपति जो बाइडन का समर्थन कर रहा है जो राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार हैं।
चीन हमारी अर्थव्यवस्था के आसपास भी नहीं
ट्रंप ने कहा कि कोरोना वायरस ने हर किसी को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि हम अभी तक दुनिया में सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। चीन इसके आसपास भी नहीं था।’ ट्रम्प ने कहा कि ईरान अब पहले के मुकाबले काफी अलग देश है। उन्होंने कहा कि पहले ईरान पूरे पश्चिम एशिया पर अपना अधिकार जमाने जा रहा था और अब वे सिर्फ जीना चाहते हैं।