मैड्रिड। चीन,इटली और अब स्पेन कोरोना वायरस के निशाने पर है। यहां मौत का आंकड़ा चीन से भी आगे निकल गया है। स्पेन में अब तक 3,434 लोगों की जान चली गई है, जबकि चीन में 3,434 लोगों की जान गई है। इटली अभी भी सबसे खराब हालात झेल रहा है। यहां पर मरने वालों की संख्या 7,503 है और कुल संक्रमितों की संख्या 74,386 तक पहुंच चुकी है। यहां पर 5,210 नए केस सामने आए हैं। वहीं 24 घंटे में 683 मौत के मामले सामने आए हैं।
लॉकडाउन के बावजूद मौत
मंगलवार की तुलना में 27% बढ़ोतरी के साथ स्पेन में 738 लोगों की मौत हो गई। देश में कुल 47,610 लोग कोरोना की चपेट में हैं। स्वास्थ्य अधिकारी फर्नांडो साइमन के अनुसार आने वाले समय में संख्या के और बढ़ने की आशंका है। स्पेन में 14 मार्च से ही लागू लॉकडाउन के बावजूद यहां मौतों और संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
स्पेन में बदतर हालात
स्पेन में हालात इतने खराब हैं कि स्पेन की सेना की भी इसे संभालने में नाकाम हो रही है। सेना घरों में लावारिस पड़ी लाशों का पता लगा रही है। बताया जा रहा है कि कुछ घरों में कई दिनों से लाशें पड़ी हुई हैं लेकिन कोरोना के संक्रमण के डर से उनका अंतिम संस्कार भी नहीं हो पा रहा है। उसी घर में रह रहे परिवार के लोग उन्हें उठाने की हिम्मत तक नहीं जुटा पा रहे हैं।
अमरीका को इटली बनते देर नहीं लगेगी
जिस तरह इटली में हालात सुधरने के नाम नहीं ले रहे हैं, वहीं हाल अमरीका के भी हैं। यहां मामले भले ही इटली से कम हैं पर ये लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भले ही बड़े स्वास्थ्य पैकेज का ऐलान किया हो, मगर इससे हालात सुधरने वाले नहीं हैं। अमरीका के 17 राज्य कोरोना की जद में है। यहां 54,428 लोग कोरोना से संक्रमित हैं और 773 की मौत हो चुकी है।