बैंकॉक। महामारी बन चुके कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में आतंक और भय का माहौल है और इस खतरे से लड़ने के लिए पूरी दुनिया कोशिश कर रही है। इस बीच थाईलैंड में कोरोना के बढ़ते मामले के मद्देनजर आपातकाल लगाया जाएगा।
बताया जा रहा है कि थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रथुथ चान-ओचा ने कहा कि 26 मार्च से एक महीने के लिए आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी जाएगी। पीएम ने बैंकॉक में कैबिनेट की बैठक के बाद मंगलवार को इसकी घोषणा की।
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उन्होंने कहा कि मार्च में संक्रमण और मौतों से निपटने के लिए सामाजिक दूरी यानी सोशल डिस्टेंसिंग का उपयोग करने की रणनीति के तहत कोरोना से निपटने के प्रयास को आगे बढ़ाया जाएगा। सरकार का लक्ष्य वायरस को फैलने से रोकना है।
पीएम ने कहा कि वे अपने नागरिकों से अपील करते हैं कि सरकार स्वास्थ्य को प्राथमिकता देती है, इसलिए कृपया घबराएं नहीं और सरकार की बात सुनें।
थाइलैंड में तेजी से बढ़ रहे हैं मामले
आपको बता दें कि थाईलैंड के कोरोना वायरस के मामले मार्च में तेजी से बढ़े हैं। महीने की शुरुआत में पुष्टि किए गए मामलों में कम से कम 40 से 800 से अधिक तक पहुंच गए हैं। मंगलवार को अधिकारियों ने तीन और घातक परिणाम दर्ज किए, जिसमें मरने वालों की संख्या चार हो गई।
राजधानी बैंकॉक सहित देश के अधिकांश हिस्से को पहले ही आंशिक रूप से बंद कर दिया गया है और लोगों को घर पर रहने की सलाह दी जा रही है।
पीएम प्रथुथ ने कहा कि गुरुवार को विशिष्ट चरणों की घोषणा की जाएगी। कानून के तहत, वह सभाओं पर प्रतिबंध लगा सकते हैं, निकासी का आदेश दे सकते हैं। प्रशासन ने कहा कि इसमें अभी तक कर्फ्यू लागू करने पर चर्चा नहीं हुई है।
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सरकार ने कोरोनो वायरस संकट के प्रभाव को कम करने में मदद करने के लिए लगभग 117 बिलियन डॉलर की पहल के पैकेज की भी घोषणा की है। बता दें कि COVID-19 के मद्देनजर पर्यटन में गिरावट के कारण थाईलैंड की अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार को बुरी तरह से नुकसान पहुंचा है।