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चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के एक अधिकारी जियाओ याहुई ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मरने वालों में दो तिहाई पुरुष और एक तिहाई महिलाएं शामिल हैं। जियाओ ने कहा कि 80 प्रतिशत से अधिक मृतक 60 वर्ष से अधिक उम्र के थे, और 75 प्रतिशत से अधिक लोगों को हृदय संबंधी रोग, डायबिटीज और ट्यूमर जैसी बीमारियां थीं।
उन्होंने आगे कहा कि निमोनिया जैसी बीमारियों से संक्रमित बुजुर्ग लोगों के लिए अधिक खतरा है। ज्यादा अस्पतालों के उपलब्ध होने पर उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि वुहान में होने वाली घातक नुकसान दर धीरे-धीरे कम हो जाएगी। हुबेई और इसकी प्रांतीय राजधानी वुहान प्रांत इस वायरस के प्रमुख केंद्र हैं।
छावला कैंप से सफदरजंग अस्पताल में पांच लोग स्थानांतरित
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने कहा है कि पांच लोगों को बेहतर देखरेख के लिए छावला कैंप से सफदरजंग अस्पताल में स्थानांतरित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह केवल एहतियात के तौर पर किया गया है। शिविर में उपस्थित सभी 406 लोगों की जांच के लिए नमूने एकत्र किए जा रहे हैं।
ब्रिटेन की अपने नागरिकों वापस लौटने की सलाह
ब्रिटेन ने चीन में रह रहे अपने नागरिकों को वापस लौटने की सलाह दी है। विदेश सचिव डॉमिनिक रैब ने कहा कि ब्रिटिश लोगों की सुरक्षा हमेशा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम चीन में ब्रिटिश नागरिकों को सलाह देते हैं कि अगर वो चाहें तो चीन छोड़ सकते हैं। हम उनके लिए चौबीसों घंटे काम करना जारी रखेंगे।