Hindi quotes in Srimadbhagwadgita – श्रीमदभगवद्गीता
- क्रोध से भ्रम पैदा होता है, भ्रम से बूढ़ी व्यग्र होती है, जब बूढ़ी व्यग्र होती है तब तर्क नष्ट हो जाता है, जब तर्क नष्ट होता है तब व्यक्ति का पाटन हो जाता है ।
- मन की गतिविधियो ,होश, श्वास , और भावनाओ के माध्यम से भगवान की शक्ति सदा तुम्हारे साथ है; और लगातार तुम्हें बस एक साधन की तरह प्रयोग कर के सभी कार्य कर रही है ।
- ज्ञानी व्यक्ति ज्ञान और कर्म को एक रूप में देखता है, वही सही मायने में देखता है ।
- जो मन को नियंत्रित नहीं करते उनके लिए वह शत्रु के समान कार्य करता है ।