लाइफस्टाइल डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली, Updated Sun, 02 Feb 2020 10:00 PM IST
हंसती-खिलखिलाती और स्टाइलिश कपड़े पहनी संध्या जब अपनी उम्र 40 साल बताती हैं तो पहली बार में यकीन नहीं होता। “आप तो बमुश्किल 30 की लगती हैं! 40 तो दूर-दूर तक नहीं। इसका सीक्रेट क्या है?”
“सीक्रेट है- नो बॉयफ्रेंड, नो हस्बैंड, नो फैमिली और नो टेंशन।” संध्या हंसते हुए ही इसका जवाब देती हैं।
“सीक्रेट है- नो बॉयफ्रेंड, नो हस्बैंड, नो फैमिली और नो टेंशन।” संध्या हंसते हुए ही इसका जवाब देती हैं।
संध्या बंसल एक नामी कंपनी में मार्केटिंग प्रोफेशनल हैं और दिल्ली-एनसीआर में किराए के एक फ्लैट में अकेले रहती हैं। अकेले इसलिए क्योंकि वो एसेक्शुल हैं। उन्होंने शादी नहीं की है और परिवार को लेकर उनके खयालात काफी अलग हैं।
एसेक्शुअल उन लोगों को कहा जाता है तो आम तौर किसी व्यक्ति (पुरुष या महिला) के लिए यौन आकर्षण महसूस नहीं करते। ये एक तरह का यौन रुझान (सेक्शुअल ओरिएंटेशन) है।