corona सी-फूड से जुड़ा हुआ virus, यह तेजी से फैलता है। समुद्री और अन्य जीव-जंतुओं के जरिए यह वायरस फैलता है। कोरोना चीन के साथ एशिया के दूसरे देशों में भी फैल रहा है

coronavirus का संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में होता है। coronavirus सबसे पहले चीन के वुहान शहर से फैलना शुरू हुआ है।
आयुर्वेद के जरिए ऐसे करें बचाव
आयुर्वेद में corona जैसे virus का नियंत्रण कर सकते हैं। ऐसे वायरस को नियंत्रित करने के लिए कारगर औषधियां हैं। शीत ऋतु बाद पित्त बढ़ने से वायरस का संक्रमण बढ़ता है। सुबह कफ, दोपहर में पित्त व शाम को वायु प्रकोप होता है। वर्षा ऋतु में पित्त, गर्मी में अम्ल पित्त की बीमारियां होती हैं।
वायरस संक्रमण से बचने के लिए ये करें
इस दौरान पित्त-कफ शामक चीजों का आहार में प्रयोग करें। ऐसा आहार खाएं जिससे कफ कम बने और सुपाच्य भी हो। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं। आहार में गर्म तासीर की चीजों का प्रयोग नियमित करें। त्रिकुट यानी सौंठ, काली मिर्च और पिप्पली का प्रयोग करें। तुलसी, हल्दी और सौंठ से चाय या काढ़ा भी बना सकते हैं। सुबह-शाम गौजीवादि क्वाथ का भी प्रयोग कर सकते हैं।
होम्योपैथी में भी कारगर इलाज
होम्योपैथी में corona जैसे वायरस संक्रमण का सटीक इलाज है। इसमें लक्षणों के आधार पर मरीज का उपचार करते हैं। छींकने व खांसने से हवा में वायरस तेजी से फैलता है। संक्रमण से बचने के लिए होम्योपैथी में इलाज संभव है। होम्योपैथी में आर्सेनिक एल्बम 30 का प्रयोग करते हैं। मरीज में लक्षणों के आधार पर दवा की खुराक देते हैं। बैलाडोना सहित कई अन्य दवाएं भी बहुत असरकारी हैं। बिना चिकित्सक की सलाह के होम्योपैथी दवाएं न लें।
एक्सपर्ट : डॉ. वृंदावन शर्मा, वरिष्ठ आयुर्वेद विशेषज्ञ
एक्सपर्ट : डॉ. कोमल कौशिक, होम्योपैथिक कंसल्टेंट