विशेषज्ञों की मानें तो साल 2020 में घर की साज-सज्जा प्रकृति से प्रेरित होगी। आशियाने की इस सजावट में इंडिगो ब्लू रंग के इस्तेमाल का बोलबाला रहेगा। छोटे फर्नीचर, घर के अंदर लगाए जाने वाले पौधों के साथ वेल्वेट, स्वेड और लेदर जैसे फैब्रिक्स पर जोर होगा। धातु के रंगों का भी जलवा देखने को मिलेगा।
इस बारे में ‘आई’ एम द सेंटर फॉर अप्लाइड आट्र्स’ की पूनम कालरा कहती हैं, ‘इस साल घर की साज-सज्जा में मैक्सिमलिज्म का चलन नजर आएगा। कई किस्म के रंगों, टेक्सचर्स, बुनावट का एकसाथ इस्तेमाल कर आंतरिक सज्जा में एक साफ-सुथरी शालीन डिजाइन को जगह देने का प्रयास साफ दिखेगा। इस साल ‘पैंटोन कलर ऑफ द ईयर’ का खिताब मिला है क्लासिक ब्लू कलर को, जिसे पेस्टल, अर्दी, न्यूट्रल जैसे शेड्स वाले रंगों के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जाएगा। साथ ही इसे बोल्ड शेड्स जैसे-चटख नारंगी रंग से हाइलाइट भी किया जाएगा। इससे एक स्टाइलिश और कलात्मक माहौल तैयार होगा।’
अलग होगी अभिव्यक्ति
पूनम कहती हैं, ‘इस साल कालीनों, दीवारों और एक्सेसरीज में भी प्रकृति से प्रेरित मोटिफ और चटख लाल-पीले रंग नजर आ सकते हैं। यानी साज-सज्जा चमक-दमक वाली रहेगी। रोज गोल्ड, कॉपर, स्टील, टिन और ब्रास भी कुछ खास फिनिशिंग जैसे रस्ट और मर्करी ग्लास के साथ इंटीरियर को एक किस्म के अनगढ़ एहसास से लबरेज करेंगे। मैक्सिमलिज्म यानी अधिकतावाद का प्रदर्शन तो जोरदार होगा, लेकिन इसकी अभिव्यक्ति शालीन और कलात्मक ढंग से होगी।
लेयरिंग का फलसफा
इस वर्ष लेयरिंग सबका ध्यान आकर्षित करने वाली है। यह चलन आधुनिक और खुली-उदारवादी चलन के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा, क्योंकि यह पूरे घर को फटाफट नई-प्रयोगवादी और कलात्मक जगह में बदल देता है। बेंट चेयर की नताशा जैन कहती हैं, ‘लोग अपनी पसंद के हिसाब से साज-सज्जा के नए-नवेले स्टाइल आजमा सकते हैं। जैसे-अलग-अलग तरह के रग्स की लेयरिंग, अलग-अलग आकार वाली चीजों का डिस्प्ले में इस्तेमाल, मिक्स्ड पैच वर्क और टैक्सचर जैसी तकनीकों का इस्तेमाल आदि। घर की सजावट के पुराने-नए तरीकों को मिलाना भी पसंद किया जाएगा, बशर्ते वह घर में रहने वाले लोगों की सोच को दर्शा रहे हों।
इंडिगो रंग का बोलबाला
आर्किटेक्ट आशीष शाह के अनुसार, ‘इंडिगो एक ऐसा रंग है, जो साल 2020 में छाया रहेगा। पर, स्लेटी रंग के बजाय लोग बेज को ज्यादा पसंद करेंगे। इसके अलावा मेटालिक रंगों का जादू इस साल भी बरकरार रहने वाला है। मुझे लगता है कि समकालीन भारतीय कला और कलात्मक चीजों के प्रदर्शन का दौर भी लौटेगा।’
झलकेगा प्रकृति प्रेम
विशेषज्ञों का ऐसा मानना है कि इस वर्ष घर की सजावट में प्रकृति से प्रेरित चीजों का इस्तेमाल बढ़ेगा। हर जगह प्रकृति से प्रेरित डिजाइनें और कलात्मक वस्तुएं नजर आएंगी। कासा पेराडॉक्स की रसील गुजराल अंसल कहती हैं, ‘इस साल इंटीरियर में ऐसी चीजों का इस्तेमाल नजर आएगा, जिनका प्रकृति और पर्यावरण से गहरा नाता है। दुनिया भर में होम डेकोर का नया चलन है नेचुरल क्रिस्टल्स का इस्तेमाल, जिनसे घर में एक नई ऊर्जा का संचार होता है।’
बड़े आकार के पौधे
पिछले कुछ वर्षों में घर की साज-सज्जा में गाहे-बगाहे दिखने वाले हाउस प्लांट्स को एक प्रमुख सजावट के तौर पर उभारा जा रहा है। पौधे न केवल घर को एक व्यक्तित्व देते हैं, बल्कि ये तनाव और प्रदूषणकारी तत्वों को भी कम करते हैं। नताशा जैन कहती हैं,‘घर में लगाए जाने वाले छोटे इंडोर प्लांट्स बहुत प्यारे लगते हैं, लेकिन इस साल का चलन है- बड़े और ओवरसाइज्ड इंडोर प्लांट्स। हाउस प्लांट्स घर में नई रंगत बिखेरते हैं और इन्हें रखना महज कलात्मक अर्थों में ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि इनकी मौजूदगी के स्वास्थ्य संबंधी फायदे भी हैं।’
घुमावदार फर्नीचर
इस साल कर्वी यानी घुमावदार फर्नीचर घर को नया लुक देंगे। सोफा और आर्मचेयर से लेकर गद्दियों और बेड तक में गोल या घुमावदार आकार दिखेगा। ये सुविधाजनक और कलात्मकता को अभिव्यक्त करते हैं। इसी वजह से इस साल ये चलन में रहेंगे।
मनीष मिश्रा