- लगातार दो बार से क्रक्चढ्ढ रूक्कष्ट में रेपो दरों को रखा जा रहा है स्थिर
- चालू वित्त वर्ष की आखिरी क्रक्चढ्ढ रूक्कष्ट में लिए गए हैं अहम फैसले
- 2020-21 वित्त वर्ष के आर्थिक विकास दर को भी रखा सबके सामने

नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक की ओर चालू वित्त वर्ष की आखिरी मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक की। जिसमें महंगाई से लेकर जीडीपी तक कई अहम मामलों पर चर्चा की गई। खासकर आरबीआई अधिकारियों के लिए महंगाई अहम मुद्दा रहा। यह लगातार दूसरी बार है जब आरबीआई की एमपीसी ने किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया। उससे पहले इसी बात के कयास लगाए जा रहे थे कि दिसंबर की तरह से फरवरी में भी रेपो दरों में कोई बदलाव नहीं होगा। इससे पहले 2019 की पांच मीटिंग में 135 अंकों की कटौती की गई थी। आइए आपको भी 20 मुख्य प्वाइंट्स इस अहम बैठक को समझाने का प्रयास करते हैं…
1. रेपो दर 5.15 फीसदी पर कायम।
2. वित्त वर्ष 2020-21 में जीडीपी दर 6 फीसदी का अनुमान।
3. सब्जियों और दालों की वजह से ग्रॉस फूड इंफ्लेशन बढऩे का अनुमान।
4. जीडीपी की मदद करने के लिउ मौद्रिक रुख उदार, महंगाई ऊंची रहने का अनुमान।
5. आखिरी तिमाही में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 6.5 फीसदी रहने का अनुमान।
6. कोरोना वायरस की वजह से टूरिस्ट के आने और वैश्विक व्यापार पर नेगेटिव असर पडऩे की आशंका।
7. घरेलू मांग को समर्थन मिलने की उम्मीद।
8. छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दर में समायोजन की जरूरत पर बल।
9. मझोले उपक्रमों को बैंकों द्वारा दिए जाने वाले ऋण की ब्याज दरें एक अप्रैल से बाहरी मानक दर से जोड़ दी जाएगी।
10. जीएसटी में रजिस्टर्ड एमएसएमई के कर्ज पुनर्गठन की समयसीमा को मार्च 2020 से बढ़ाकर दिसंबर 2020 किया गया।
11. आवास वित्त कंपनियों के लिए जारी होंगे संशोधित दिशा निर्देश।
12. रिजर्व बैंक भुगतान के डिजिटलीरण के पैमाने को जानने के लिए जुलाई 2020 से समय-समय पर डिजिटल भुगतान सूचकांक जारी करेगा।
13. डिजिटल भुगतान के लिए स्व-नियमन संगठन की रूपरेखा होगी जारी।
14. अखिल भारतीय चेक ट्रंकेशन प्रणाली सितंबर से शुरू होगी।
15. कच्चा तेल की कीमतों में उथल-पुथल बने रहने का अनुमान।
16. चार फरवरी 2020 तक विदेशी मुद्रा भंडार 471.4 अरब डॉलर।
17. अप्रैल-नवंबर 2019 के दौरान शुद्ध प्रत्यक्ष विदेशी निवेश साल भर पहले के 21.2 अरब डॉलर की तुलना में बढ़कर 24.4 अरब डॉलर हुआ।
18. वर्ष 2019-20 में चार फरवरी तक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने किया 8.6 अरब डॉलर का शुद्ध निवेश, साल भर पहले की समान अवधि में 14.2 अरब डॉलर की शुद्ध निकासी।
19. मौद्रिक नीति समिति के सभी छह सदस्यों ने नीतिगत दर यथावत रखने का लिया पक्ष।
20. मौद्रिक नीति समिति की अगली बैठक 31 मार्च, एक अप्रैल और तीन अप्रैल 2020 को होगी।