लाइफस्टाइल डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली, Updated Thu, 23 Apr 2020 12:09 PM IST
सबसे अच्छा मित्र कौन है, इस सवाल पर बड़े-बुजुर्गों और आध्यात्मिक गुरुओं से लेकर शिक्षाविदों तक का जवाब होता है- पुस्तकें। किताबें हमें केवल देती ही हैं, हमसे लेती नहीं। जानकारियां, शिक्षा, ज्ञान, बुद्धि विकसित करने के अलावा यह हमें जीवन जीने का सलीका सिखाती हैं। आदमी को सच्चे मूल्यों में आदमी बनाने में इसकी बड़ी भूमिका होती हैं। आज यानी 23 अप्रैल को विश्व पुस्तक दिवस है और इसलिए हम इसे मनाने के पीछे के इतिहास से लेकर इसके विभिन्न पहलुओं पर बात कर रहे हैं और साथ ही एक शिक्षक, लेखक और पाठक के नजरिए से पुस्तक की प्रासंगिकता भी बता रहे हैं।