World Cancer Day 2020: कैंसर का नाम सुनते ही हाथ पैर कांप उठते हैं। लगता है कि जिंदगी खत्म हो गई, लेकिन युवराज सिंह, सोनाली बेंद्रे, मनीषा कोईराला, इरफान खान, लीजा रे जैसी हस्तियां इस बात की गवाह हैं कि कैंसर का मतलब जिंदगी खत्म होना नहीं है। कैंसर से लड़कर मौत को हराया भी जा सकता है। बस जरूरत है सही वक्त पर इलाज शुरू करने, आत्मविश्वास रखने और सभी तरह की सावधानियां बरतने की।
कैंसर के प्रकार-
एम्स के डॉ. उमर अफरोज के अनुसार, कैंसर के कई प्रकार हैं, जिनमें शामिल हैं- स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, मुंह का कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, गर्भाशय का कैंसर, ओवेरियन कैंसर, लंग कैंसर, पेट का कैंसर, ब्लड कैंसर, बोन कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, गले का कैंसर, लिवर कैंसर, योनि का कैंसर, स्किन कैंसर, ब्लैडर कैंसर, अग्नाशय कैंसर, ब्रेन कैंसर, गुर्दे का कैंसर। अधिकांश कैंसर का इलाज संभव है। जितना जल्दी बीमारी का पता चलेगा, उतना जल्दी और आसानी से इलाज होगा।
इन्होंने लड़ी कैंसर से सफल जंग-
युवराज सिंह को फेफड़े का कैंसर हुआ था। क्रिकेटर ने अपनी किताब ‘द टेस्ट ऑफ माइ लाइफ’ में लिखा है कि अमेरिका के बोस्टन शहर में दो महीनों से भी ज्यादा समय तक इलाज चला। ये उनका जज्बा ही था कि भारत वापसी के चंद महीनों बाद युवराज की क्रिकेट टीम में वापसी हुई।
इसी तरह सोनाली बेंद्रे को हाईग्रेड मेटास्टेटिस कैंसर हुआ था। हर मेटास्टेटिस कैंसर जानलेवा नहीं होता। एक्ट्रेस ने न्यूयॉर्क में अपना इलाज कराया और 6 महीने के बाद इस बीमारी से उबरने में कामयाब रहीं। सोनाली का कहना है, ‘इस बीमारी का पता शुरुआत में चल जाए तो बेहतर है। इससे इलाज में कम खर्च के साथ ही इसके ट्रीटमेंट में भी दर्द कम होता है।’ कुछ ऐसी ही कहानी अन्य हस्तियों की हैं।
अमेरिकन कैंसर सोसाइटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, सभी तरह के कैंसर से बच निकलने की दर बढ़ रही है। 1975 में कैंसर से बचने की जो संभावना 50 फीसदी थी, वो अब बढ़कर 70 फीसद से अधिक हो गई है। प्रोस्टेट कैंसर को पूरी तरह खत्म किया जा सकता है। ब्रेस्ट कैंसर से बचने की उम्मीद 89 फीसदी बढ़ गई है। इसी तरह ब्लैडर, किडनी और गले के कैंसर की बचाव की दर हाल के सालों में कई गुना बढ़ गई है।
कैंसर से लड़ने की यह है रणनीति-
कैंसर से दूर रहना है तो लाइफ स्टाइल पर ध्यान दें। केवल पांच फीसदी कैंसर ही आनुवंशिक होते हैं जैसे स्तन कैंसर, ओवेरियन कैंसर और कोलोन कैंसर। वहीं 90 फीसदी कैंसर लाइफस्टाइल के कारण होते हैं।
कैंसर के लक्षणों को जानें और अपने शरीर पर पहचानें। मसलन – कैंसर के सामान्य लक्षण हैं – मूत्राशय की आदतों में बदलाव, गले में खराश, स्तन में गांठ पड़ना, खाना निगलने में कठिनाई, मस्सों या तिल का रंग तथा आकार बदलना, अचानक वजन का बढ़ना या घटना, थकान, बार-बार बुखार। कोई भी लक्षण नजर आए तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। डॉक्टर कैंसर की स्टेज, मरीज की बीमारियों का इतिहास और लक्षणों को देखकर इलाज करता है। आमतौर पर इसका इलाज सर्जरी, कीमोथेरेपी और रेडिएशन से किया जाता है।
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